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नई दिल्ली.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने मंगलवार को १०वीं के नतीजे घोषित कर दिए. दसवीं में कुल 86.70 फीसद बच्चे पास हुए जो पिछले साल के मुकाबले 4.25 फीसद कम हैं. छात्रों के मुकाबले छात्राएं 3.35 फीसद अधिक पास हुईं. प्रखर मित्तल, रिमझिम अग्रवाल, नंदिनी गर्ग एवं श्रीलक्ष्मी ने 499 अंक के साथ इंडिया टॉप किया है. वहीं 98.8 माक्र्स के साथ ग्वालियर की मिताली जैन ने टॉप किया.

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बारहवीं के नतीजे के तीन दिन बाद मंगलवार को दसवीं के परीक्षा परिणाम भी घोषित कर दिए. ग्वालियर शहर में 83 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने परीक्षा में सफलता प्राप्त की. गल्र्स ने इस बार फिर से बाजी मारते हुए टॉप थ्री पर कब्जा किया है. कॉर्मल कॉन्वेंट की स्टूडेंट मिताली जैन 98.8 प्रतिशत अंक के साथ सिटी और एमपी टॉप किया है. जबकि 97.6 प्रतिशत माक्र्स लेकर एलएएचएस स्कूल की संस्कृति गुप्ता सेकंड और ग्वालियर ग्लोरी हाई स्कूल की श्रुति तरसोलिया 97.4 प्रतिशत माक्र्स के साथ थर्ड पॉजिशन पर रहीं. रिजल्ट सीबीएसई की अधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in, cbseresults.nic.inपर देख सकते हैं.

मुश्किल से दिया संस्कृत का पेपर

सीबीएसई 10वीं का 2 अप्रैल को संस्कृत का पेपर था. इसी दिन शहर में उपद्रव के चलते माहौल खराब था। मिताली जैन दादाजी के साथ मुश्किल से परीक्षा सेंटर पर पहुंची. जगह -जगह हो रही तोडफ़ोड़ से मिताली डिप्रेश थी लेकिन इसके बावजूद उसने हिम्मत नहीं हारी और एग्जाम दिया. मंगलवार को जब रिजल्ट घोषित किया गया तो मिताली जैन और उसके परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. मिताली का सपना है कि वो आईएएस बनकर देश की सेवा करें. बकौल मिताली उन्हें ग्वालियर के तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी द्वारा लिए गए निर्णयों ने बहुत अधिक प्रभावित किया और उन्होंने तब ही ये ठान लिया कि वो भी आईएएस बनेंगी. हालांकि अभी आईएएस बनने के लिए मिताली को बहुत सी सीढि़यां पार करना है लेकिन उनके अनुसार उन्होंने इसकी शुरूआत कर दी है.

8 साल बाद हुआ बोर्ड

सीबीएसई ने इस बार एग्जाम के पैटर्न में बदलाव किया था. लगभग ८ साल बाद ग्रेडिंग के बजाए दसवीं को बोर्ड किया था. जिसके चलते स्टूडेंट्स पर दवाब था. शहर में लगभग 7 हजार स्टूडेंट्स ने दसवीं का एग्जाम दिया था जिसमें से 83 प्रतिशत स्टूडेंट्स सफल रहे। गल्र्स की बात करें तो सफल होने का प्रतिशत 85 रहा जबकि बॉयज का पासिंग परसेंट 78 रहा जो कि गल्र्स से 7 प्रतिशत कम है.

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