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अदालत ने पुलिस को पूरी घटना का फुटेज सौंपने को कहा और मामले की सुनवाई 28 जून तक के लिए स्थगित कर दी। गिल ने अंधेरी में एक मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें शॉ और उनके दोस्त आशीष यादव के खिलाफ आईपीसी की धाराओं में एफआईआर की मांग की थी।

क्रिकेट पृथ्वी शॉ और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सपना गिल के विवाद में मुंबई पुलिस ने बड़ा दावा किया है, जिससे क्रिकेटर को बड़ी राहत मिल सकती है। मुंबई पुलिस के दावे के बाद क्रिकेटर को क्लीन चिट मिलने की संभावना बढ़ गई है क्योंकि पुलिस को पृथ्वी शॉ इस पूरे मामले में निर्दोष लगे है।

इस मामले में मुंबई पुलिस ने सोमवार को स्थानीय अदालत में अहम जानकारी मुहैया कराई है। पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया ‘इन्फ्लुएंसर’ सपना गिल द्वारा भारतीय क्रिकेटर पृथ्वी शॉ पर लगाए गए आरोप निराधार हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि मुंबई के उपनगरीय अंधेरी इलाके में एक पब में उनके साथ छेड़छाड़ की गई थी।

इस मामले की जांच में जुटे अधिकारी  (आईओ) ने अदालत में सुनवाई कर रहे मजिस्ट्रेट को मामले की पूरी जानकारी मुहैया कराई। इस संबंध में अदालत में जांच रिपोर्ट भी सौंपी गई है। इस जांच रिपोर्ट में पुलिस ने पूरे मामले की विस्तृत जानकारी दी है। इस रिपोर्ट को सौंपे जाने के बाद माना जा रहा है कि पृथ्वी शॉ को राहत मिल सकती है।

पुलिस रिपोर्ट अदालत में सौंपे जाने के बाद सपना गिल के वकील अली काशिफ खान ने अदालत से कथित विवाद की वीडियो फुटेज पेश करने के लिए अनुमति मांगी है। इस वीडियो को गिल के दोस्त ने अपने फोन में रिकॉर्ड किया था, जो बाद में वीडिया में वायरल हुआ था।

सीसीटीवी फुटेज भी मांगा
उन्होंने पब के बाहर हुई घटना का सीसीटीवी फुटेज भी मांगा। अदालत ने पुलिस को पूरी घटना का फुटेज सौंपने को कहा और मामले की सुनवाई 28 जून तक के लिए स्थगित कर दी। गिल ने अंधेरी में एक मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें शॉ और उनके दोस्त आशीष यादव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 354 (किसी महिला का शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल प्रयोग), धारा 509 (किसी महिला का शील भंग करने के इरादे से शब्द, इशारा या कृत्य) और धारा 324 (जानबूझकर खतरनाक हथियारों या अन्य तरीकों से चोट पहुंचाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया था। गिल का आरोप है कि शॉ और आशीष ने फरवरी में उसके ऊपर बल्ले से हमला किया था।

अदालत का रुख करने से पहले, गिल ने शॉ और उसके दोस्त के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज करने के लिए अंधेरी स्थित हवाई अड्डा पुलिस थाने में संपर्क किया था। पुलिस ने अदालत को बताया कि पब के सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चलता है कि गिल और उसका दोस्त शोबित ठाकुर नशे में नाच रहे थे। पुलिस के अनुसार, ठाकुर अपने मोबाइल फोन से शॉ की रिकॉर्डिंग करना चाहते थे, लेकिन क्रिकेटर ने उन्हें वीडियो लेने से रोक दिया। पुलिस ने कहा कि फुटेज देखने पर ऐसा नहीं लगता कि शॉ और अन्य लोगों ने गिल के साथ किसी भी तरह से छेड़छाड़ की। पुलिस ने कहा कि उन्होंने उस पब में मौजूद गवाहों के बयान दर्ज किए हैं, जहां कथित घटना हुई थी और उन्होंने कहा कि किसी ने भी गिल को गलत तरीके से नहीं छुआ। 

पुलिस ने हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) टावर के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की और यह पाया कि सोशल मीडिया ‘इन्फ्लुएंसर’ गिल हाथ में बेसबॉल बैट लेकर शॉ की कार का पीछा कर रही थीं। पुलिस ने अदालत को बताया गया कि फुटेज से पता चलता है कि गिल ने क्रिकेटर की कार का शीशा तोड़ दिया। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पुलिस ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के अधिकारियों के भी बयान दर्ज किए हैं और उन्होंने भी कहा है कि जैसा गिल ने दावा किया है, वैसी कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस ने कहा कि गिल की शिकायत के अनुसार की गई जांच से पता चलता है कि पृथ्वी शॉ और अन्य के खिलाफ आरोप झूठे और निराधार हैं। 

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