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Mohammad Azharuddin’s Story: मोहम्मद अजहरूद्दीन भारत के दिग्गज खिलाड़ियों में शुमार हैं. अजहरूद्दीन अपने दौर के बेहतरीन खिलाड़ी थे, लेकिन मैच फिक्सिंग से उनका पूरा करियर बर्बाद हो गया था. क्रिकेटर के रूप में अजहरूद्दीन का करियर बेहद ही शानदार रहा है. हालांकि, बाद में उनपर से फिक्सिंग का आरोप हटा दिया गया था. अजहर क्रिकेट के स्टाइलिश बल्लेबाज़ों में एक थे. 

1984 में अपना इंटरनेशनल डेब्यू करने वाले अजहरूद्दीन का करियर बेहद ही शानदार चल रहा. लेकिन 2000 में उन पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा था, जिसके बाद उन्हें क्रिकेट से आजीवन के लिए बैन कर दिया गया था. हालांकि, इसके बाद उन्होंने फिक्सिंग विवाद को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ी और 12 साल बाद आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने उनपर लगे आजीवन बैन को हटा दिया था. लेकिन जब तक काफी देर हो चुकी थी और वो क्रिकेट से कहीं आगे निकल चुके थे. इसके बाद वो सासंद भी बने थे. 

भारत के रहे शानदार कप्तानों में से एक 

एक खिलाड़ी के साथ-साथ अजहरूद्दीन भारत के लिए एक शानदार कप्तान भी थे. उन्होंने टीम इंडिया के लिए कुल 47 टेस्ट और 175 वनडे मैचों में कप्तानी की है. अजहरूद्दीन इंटरनेशनल करियर में 9000 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी थी. 

ऐसा रहा अंतर्राष्ट्रीय करियर

अजहरूद्दीन भारत के लिए शानदार बल्लेबाज़ों में शुमार रहे. उन्होंने टीम के लिए अपने करियर में 99 टेस्ट और 334 वनडे मैच खेले हैं. आजीवन बैन के चलते अजहरूद्दीन अपने करियर का 100वां टेस्ट मैच नहीं खेल सके थे. टेस्ट मैचों की 147 पारियों में बल्लेबाज़ी करते हुए उन्होंने 45.03 की औसत से 6215 रन बनाए, जिसमें 22 शतक और 21 अर्धशतक शामिल थे. इसमें उनका हाई स्कोर 199 रनों का रहा. 

वहीं वनडे की 308 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए अजहरूद्दीन ने 36.92 की औसत से 9378 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 7 शतक और 58 अर्धशतक निकले थे. वहीं उनके वनडे करियर का हाई स्कोर नाबाद 153* का रहा था. 

 

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