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ग्वालियर

7 people died in fierce fire in gwalior

इंदरगंज क्षेत्र में स्थित पेंट की दुकान में सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे आग लग गई। आग दुकान में तेज धमाके के बाद लगी और फिर ऊपरी मंजिल पर पहुंच गई। यहां ११ लोग आग में फंस गए, इनमें से 7 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 लोगों को किसी तरह से बाहर निकाला गया। आग दुकान में रखे पेंट और ज्वलनशील पदार्थ थिनर व अन्य केमिकल के कारण इतना अधिक तेजी से फैली कि रेस्क्यू करने का मौका ही नहीं मिला। फायर ब्रिगेड करीब 30 मिनट बाद मौके पर पहुंची लेकिन तब तक आग इतना अधिक भड़क गई थी कि अंदर फंसे लोगों को बाहर नहीं निकाला जा सका।

केमिकल के कारण धुंआ इतना अधिक उठा कि घर में रह रहे लोगों का दम घुट गया और आग में झुलस गए। रेक्सक्यू टीम ने अधजले शवों को निकाला, जिसने भी देखा तो रूह कांप गई। हरिआमे गोयल, जयकिशन और जगमोहन गोयल की इंदरगंज से रोशनी घर रोड पर पेंट और पीओपी की दुकान है। तीनों भाईयों के मकान में 16 सदस्य रहते हैं।

सुबह 10.30 बजे हरिओम गोयल के गोलू पेंट की नाम से दुकान में आग लग गई। आग को देख हरिओम और उनके बेटे साकेत सहित अन्य लोगों ने दुकान में रखे पेंट के डिब्बे और थिनर के ड्रम हटाना शुरू कर दिया लेकिन आग तेजी से फैल गई। आग की लपटें दूसरे भाई जयकिशन की दुकान और घर तक पहंच गईं। धुंआ इतना अधिक निकला कि ऊपरी मंजिल पर हरिओम और जयकिशन के परिवार के 8 सदस्य ऊपर ही फंस गए। जिसमें से किसी तरह से एक बच्ची को सकुशल निकाला लेकिन इसके बाद आग बेकाबू हो गई। परिवार के सात सदस्य जिसमें 4 महिलाएं और 3 बच्चों की मौत हो गई। इनके शवों को निकालकर पोस्ट मॉर्टम के लिए भेजा गया। बाद में परिजनों को सौंप दिया।

जेसीबी से दीवार तोड़कर निकाले शव

आग की लपटें और धुंए के कारण रेस्क्यू करने पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम को मुश्किल का सामना करना पड़ा। धुंए के कारण कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। जब घर के पिछले हिस्से तक टीम नहीं पहुंच पाई तो बगल से मकान में 8 जगहों पर छेद किए गए। यहां से पानी डाला गया और उसके बाद आरती और शकुंतला के शवों को जेसीबी की सहायता से नीचे लाया गया। दो परिवार में बच्चों के नाम पर सिर्फ एक बच्ची बचीहरिओम और जयकिशन के परिवार में सिर्फ एक बच्ची बची है। हरओम गोयल के परिवार में उनकी पत्नी मुध, बेटा साकेत, बहू प्रियंका और नाती आर्यन थे। हादसे में मधु गोयल, प्रियंका और 10 साल के आर्यन की मौत हो गई। जबकि हरिओम के भाई जयकिशन की पत्नी शकुंतला, बहू आरती, नातिन शुभी और आराध्यया की मौत हो गई। बच्चों में सिर्फ सात साल की गौरवी बची है जिसका रेस्क्यू किया गया था। वहीं साकेत, गौरवी और हरिओम घायल हैं।

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