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पटना.
मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाले के चलते देश मे मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए सिंगल एंट्रेंस टेस्ट यानि की नीट की शुरुआत की गई. लेकिन नीट का पेपर भी आउट करने की कोशिश की गई. मामला बिहार का है यहां समय रहते पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें 2 MBBS दूसरे वर्ष के छात्र हैं. अन्य 3 सेंटर सुपरिटेंडेंट, वैन चालक और एक LAW का छात्र है. पुलिस ने इन्हें पत्रकार नगर इलाके से गिरफ्तार किया हैं.

बिहार में टॉपर घोटाला हुए अभी अधिक समय भी नहीं हुआ कि एक नया मामला सामने आया है. यह मामला नीट एग्जाम से जुड़ा है. 7 मई को देश भर के विभिन्न सेंटर पर आयोजित की गई नीट परीक्षा के प्रश्र पत्र लीक करने की कोशिश करने के आरोप में बिहार पुलिस ने ५ लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन लोगों को तब गिरफ्तार किया जब ये लोग प्रश्न पत्र के पैकेट का सील तोड़कर पेपर को बाहर भेजने की तैयारी कर रहे थे.

पटना के पत्रकार नगर इलाके से गिरफ्तार होने वालों में PMC 2nd year का छात्र शिव कुमार (नगरनौसा, नालंदा), NMC MBBS 2nd year छात्र शिवम् मंडल, law का छात्र अविनाश रौशन, द्यड्ड2 का छात्र अविनाश रौशन और वैन चालक संजय यादव शामिल हैं. इन चारों की निशानदेही पर पुलिस नें सेंटर सुपरिटेंडेंट क्राइस्ट चर्च स्कूल के कर्मी अविनाश चंद्र दूबे को गिरफ्तार किया गया.

पुलिस के अनुसार शिव और शिवम इस गैंग के मुख्य किरदार थे. इन दोनों की मदद की क्राइस्ट चर्च स्कूल के कर्मचारी और सेंटर मैनेजर अविनाश ने.एसएसपी मनु महाराज ने कि इससे पहले कि यह गिरोह पर्चा लीक करता स्पेशल सेल ने उन्हें पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान दोनों मेडिकल छात्रों ने कहा कि क्राइस्ट चर्च स्कूल का अविनाश दुबे उनके साथ मिला हुआ है. अविनाश ने ही उन्हें सारी बातों की जानकारी दी.

चार मोबाइल बरामद
गैंग के सदस्यों के पास से पुलिस ने चार मोबाइल फोन जब्त किए हैं. इन फोन पर ए,बी,सी और डी चिपका हुआ था. गैंग के सदस्यों के अनुसार उनकी तैयारी यह थी कि प्रश्नपत्र रखे बक्से को पीछे से खोलकर प्रश्न पत्र निकाल लें इसके बाद उसे अलग अलग मोबाइल फोन के जरिए भेज दिया जाता.

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