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शिखा श्रेया/रांची. झारखंड की राजधानी रांची के स्टार एमएस धोनी ने क्रिकेट में अपना जलवा बिखेरा है. इसके बाद एक और क्रिकेटर रांची से माही यानी धोनी की तरह चमकते के लिए तैयार है. इस खिलाड़ी का नाम है रॉबिन मिंज. वे झारखंड के पहले ऐसे आदिवासी क्रिकेटर हैं जिनका चयन मुंबई इंडियंस ने किया है. रॉबिन आईपीएल की ट्रेनिंग के लिए इंग्लैंड जाएंगे.

रॉबिन ने लोकल 18 को बताया कि इस सिलेक्शन से मैं काफी खुश हूं. पिछले साल मेरा सिलेक्शन होते-होते रह गया था. इसमें सबसे बड़ा योगदान मेरे कोच चंचल भट्टाचार्य और आसिफ सर का है. इन दोनों ने शुरू से ही मुझ पर काफी यकीन किया है व काफी बारीकी से चीजों को समझाया है और हार्ड वर्क करने के लिए हमेशा मोटिवेट किया है.

8 की उम्र से खेल रहे क्रिकेट

रॉबिन ने बताया कि जब 8 साल के थे तब से क्रिकेट खेल रहे हैं. बचपन से ही क्रिकेट खेलने का जुनून था. इस जुनून को नोटिस किया उनके पिताजी (जो कि रिटायर्ड आर्मी पर्सन है) ने. रॉबिन बताते हैं कि क्रिकेट खेलते देख पापा ने कहा कि तुम्हें क्रिकेट एकेडमी में एडमिशन लेना चाहिए, तुम अच्छा क्रिकेट खेलते हो. मैंने भी पापा की बात मान एडमिशन ले लिया और उसके बाद फिर क्रिकेट का सफर शुरू हो गया.

मां-पिता का योगदान

रॉबिन बताते हैं कि घर में मां-पिताजी का सहयोग बहुत विशेष रहा. दो बहनें भी हैं. एक बड़ी और छोटी. जो फिलहाल पढ़ाई कर रही हैं. पापा जब आर्मी में थे, तब मां ही एकेडमी में मुझे क्रिकेट के लिए ले जाया करती थी. साथ ही घर पर भी मेरा विशेष ख्याल रखती थी. मैंने नामकुम के डीएवी से दसवीं तक की पढ़ाई की है. इसके बाद मैंने अपना पूरा समय क्रिकेट को दे दिया. पापा ने भी मेरे इस फैसले का समर्थन किया. फिलहाल में नामकुम के सोनेट क्रिकेट क्लब की ओर से बतौर विकेटकीपर/ बल्लेबाज खेल रहा हूं.

चयन न होने से था हताश

रॉबिन बताते हैं कि पिछले साल मुझे लखनऊ सुपरजाइंट्स, दिल्ली कैपिटल्स, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स ने ट्रायल के लिए बुलाया था. इनमें से मैंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए ट्रायल दिया. लेकिन मेरा चयन नहीं हो सका. काफी मेहनत करके यहां तक पहुंचा था. बुरा तो लगा, लेकिन कोच ने समझाया यह समय सीखने का और अधिक मेहनत करने का है, हताश होने का नहीं. इसलिए एक बार फिर से तैयारी शुरू कर दी.

धोनी को मानते हैं अपना आदर्श

रॉबिन बताते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी मेरे आदर्श हैं. मैं भी विकेटकीपिंग करता हूं और उनकी विकेटकीपिंग का तरीका मुझे बहुत ही शानदार लगता है. प्रेजेंस आफ माइंड के साथ जिस तरह वे खेलते हैं, उन्हें देखना लाजवाब होता है. हमेशा और हर परिस्थिति में उनका शांत रहना, अच्छा व्यवहार व डिसिप्लिन के साथ रहना – ये सारी चीजें काफी मोटिवेट करती हैं.

कोच चंचल भट्टाचार्य और आसिफ ने दी बधाई

कोच चंचल भट्टाचार्य ने बताया कि रॉबिन ने बहुत मेहनत की थी, आज इसको उसका परिणाम मिला है. हम उम्मीद करते हैं कि कल यह भारतीय टीम के लिए भी खेलेगा. कोच आसिफ ने बताया कि रॉबिन का फिटनेस से लेकर विकेटकीपिंग सब कुछ बहुत ही शानदार है. एक समय था जब वह काफी शानदार खेल रहा था. लेकिन उसका सिलेक्शन कहीं नहीं हो पा रहा था. 2020-21 के दौरान अंडर-19 का ओपन ट्रायल हुआ था. इसने अपने पहले ट्राई मैच में 60 रन बनाए. 5 छक्के मारे. उस समय जेएससीए सिलेक्टर्स का ध्यान रॉबिन की तरफ गया और इसको सेलेक्ट किया. यह लेफ्टि बैटिंग और विकेटकीपिंग करता है. हालांकि, सफर अभी थोड़ा लंबा है और अग्नि परीक्षा देनी है. लेकिन हमें उम्मीद है हार्ड वर्क और डेडीकेशन इसे अपनी मंजिल तक पहुंचा देंगे.

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