ग्वालियर. बचपन से ही कथक के प्रति लगाव था। पांच वर्ष की उम्र से ही कथक सीखना शुरू कर दिया था. कॉलेज में आई तो कथक के प्रति लगाव और बढ़ गया. पोस्ट ग्रेज्युएट और पीएचडी के…
Continue Reading